भोपाल (नवदुनिया प्रतिनिधि)। चोरी के 13 दोपहिया वाहनों के साथ गिरफ्तार किए गए वाहन चोरों के खिलाफ पुलिस ने धोखाधड़ी की नई धाराओं में एक और एफआईआर दर्ज की है। आरोपित आनंद नगर स्थित एक दुकान पर गाड़ियों के फर्जी कागजात तैयार करते थे और बाद में इन्हीं कागजों के आधार पर चोरी के वाहनों को बेच या गिरवी रख देते थे। पूर्व में उन पर चोरी के मामले दर्ज हैं। जानकारी के अनुसार पिपलानी पुलिस ने पिछले दिनों रीवा निवासी उमेश, गजेंद्र और कृष्णा को गिरफ्तार कर उनके पास से चोरी के कुल 13 दोपहिया वाहन बरामद किए थे। मामले में गिरोह का सरगना अनूप मिश्रा अभी भी फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है। आरोपितों के पास से पुलिस ने तीन आधार कार्ड, दो पैन कार्ड और आधा दर्जन रजिस्ट्रेशन कार्ड बरामद हुए थे। इस नए खुलासे के बाद पुलिस ने आला अधिकारियों को इसके बारे में बताया था। इसके बाद वाहन के नंबर चेक किए जो जांच में फर्जी पाए गए। पूछताछ के दौरान आरोपितों ने बताया कि अनूप मिश्रा आनंद नगर स्थित फोटोकॉपी की दुकान पर काम करता था। यहीं पर उसने कम्प्यूटर और स्कैनर की मदद से अपने फोटो लगाकर फर्जी कागजात तैयार किए थे। इस पर पुलिस ने चारों के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं के तहत एक और अपराध दर्ज कर लिया है।